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Karwa Chauth 2014 -10 things you must remember on Karwa Chauth

Karwa Chauth 2014
Karwa Chauth
Karwa Chauth 2014

Importance of Karwa Chauth

Krishna Paksha of Kartik month Chaturthi is a festival celebrated on the date of Karwa Chauth. This time the festival Oct. 11, on Saturday. It also called Karak Chaturthi.इस दिन महिलाएं दिन भर उपवास रख कर शाम को भगवान श्रीगणेश की पूजा करती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के दर्शन करती हैं और उसके बाद ही भोजन करती हैं। Karwa Chauth accomplishment at this time is called the yoga poses. This sum is to provide women prosperity.
According to astrology looking Chaturthi will be October 11 at 10.18 am in the morning. Karwa Chauth fast Wyapani date is the importance of the moon. Chaturthi Moonrise at the time of the evening will be provided by so fast. Siddhi Yoga 6:26 am and will start this morning, which will factor accomplishment provider and prosperity.
Udaykalin horoscope moon is high in the ascendant at that time. At a time when the moon is designed to Adhry. Receipt of funds and happiness factor is the moon. With its high amount and Udaykalin arghya the time and giving darshan of the moon leads to gain wealth and happiness. Moon rise in these particular formulations provides full health.

6 things womens must do on Karwa Chauth

Karwa Chauth is celebrated in October.Once again on the wedding day to protect married women aspire March Makeup fourth day of special significance for married women was considered. 16 things we need to do for women in Hinduism are considered married. माना जाता है कि ये 16 चीजें किसी भी स्त्री के सुहाग का प्रतीक होती हैं और जो स्त्री करवा चौथ के दिन ये 16 काम करती हैं, उनके पति की उम्र लंबी होती है और परस्पर प्रेम बढ़ता है.
1. Bindia - Suhagin women red dot on his forehead with kumkum or vermilion definitely should. It is considered a symbol of prosperity of the family.
बिंदी - सुहागिन स्त्रियों को कुमकुम या सिंदूर से अपने माथे पर लाल बिंदी जरूर लगाना चाहिए. इसे परिवार की समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.
2.wrist bangles Suhagin traditionally believed that women should be filled with wrist bangles.
कंगन और चूड़ियां- हिन्दू परिवारों में सदियों से यह परंपरा चली आ रही है कि सास अपनी बडी़ बहू को मुंह दिखाई रस्म में सुखी और सौभाग्यवती बने रहने के आशीर्वाद के साथ वही कंगन देती है, जो पहली बार ससुराल आने पर उसकी सास ने उसे दिए थे. पारंपरिक रूप से ऐसा माना जाता है कि सुहागिन स्त्रियों की कलाइयां चूड़ियों से भरी रहनी चाहिए.
3.Vermilion - Vermilion is considered a symbol of the wedding. After seven rounds of the bride and the groom fills demand means that she will play her lifetime. Therefore, the longevity of their husbands after marriage bride wish to fill with the everyday demands.
सिंदूर - सिंदूर को सुहाग का प्रतीक माना जाता है. सात फेरों के बाद जब दूल्हा-दुल्हन की मांग भरता है तो इसका मतलब होता है कि वह उसका साथ जीवन भर निभाएगा. इसलिए विवाह के बाद स्त्री को अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ रोज मांग भरना चाहिए.
4.Mascara - Mascara eye makeup. Besides increasing the beauty of the eyes. Also, mascara delivers from the evil eye. It is also considered a symbol of good luck in religious texts.
काजल - काजल आंखों का श्रृंगार है. इससे आंखों की सुंदरता तो बढ़ती ही है. साथ ही, काजल की बुरी नजर से भी बचाता है. इसे भी धर्म ग्रंथों में सौभाग्य का प्रतीक माना गया है.
5.Mehndi:-Mehndi is considered incomplete without embellishment. So the family Suhagin festival Rchati women have henna in your hands and feet. It is only then considered auspicious symbols of good luck. Also, henna is also good for the skin.
मेहंदी- मेहंदी के बिना सिंगार अधूरा माना जाता है. इसलिए त्योहार पर परिवार की सुहागिन स्त्रियां अपने हाथों और पैरों में मेहंदी रचाती है. इसे सौभाग्य का शुभ प्रतीक तो माना ही जाता है. साथ ही, मेहंदी लगाना त्वचा के लिए भी अच्छा होता है.
6.Red cloths:- Red fabrics added red wedding dress fitted wedding when the bride is considered auspicious.
लाल कपड़े- शादी के समय दुल्हन को सुसज्जित शादी का लाल जोड़ा पहनाना शुभ माना जाता है. शादी के बाद भी कोई त्योहार हो या कोई भी शुभ काम हो और घर की स्त्रियां लाल रंग के कपड़े पहने तो बहुत शुभ माना जाता है.
7.garland of flowers:-If a married woman with a garland of flowers scented bath and worship God every day is considered very auspicious. Lakshmi is said to be stable in the house is inhabited by doing so.
गजरा- यदि कोई सुहागन स्त्री रोज सुबह नहाकर सुगंधित फूलों का गजरा लगाकर भगवान की पूजा करती है तो बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में स्थिर लक्ष्मी का निवास होता है.
8.Gold jewelery The demand for gold jewelery worn in the heart of vermilion is graced with the beauty of a woman. It is also considered a symbol of good luck.
मांग टीका- मांग के बीचों बीच पहना जाने वाला यह स्वर्ण आभूषण सिंदूर के साथ मिलकर स्त्री की सुंदरता में चार चांद लगा देता है. इसे भी सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. नथ या कांटा- शादी के बाद यदि कोई स्त्री नाक में नथ या कांटा नहीं पहनती तो उसे अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि इसे भी सौभाग्य से जोड़ कर देखा जाता है.
9.Earrings:- Jewelery worn in the ears come in many beautiful shapes. Shubta it is considered a symbol of married woman. Also, stay away from various diseases of ear piercings.
कान के गहने - कान में पहने जाने वाले आभूषण कई तरह की सुंदर आकृतियों में आते हैं. विवाहित स्त्री के लिए इसे शुभता का प्रतीक माना जाता है. साथ ही, कान छेदन से कई बीमारियां भी दूर रहती हैं.
10.Necklace:- The gold beads necklace worn around the neck or a married woman's husband is considered a symbol of commitment. At the time of the wedding the bride's neck bridesmaid Glsutr (granular black pearl necklace which is intertwined with gold chains) award ceremony plays. This prompted her to be married. So sore wear necklace or mangalsutra is considered auspicious.
हार- गले में पहना जाने वाला सोने या मोतियों का हार पति के प्रति सुहागन स्त्री के वचनबद्धता का प्रतीक माना जाता है. शादी के समय वधू के गले में वर गलसूत्र (काले रंग की बारीक मोतियों का हार जो सोने की चेन में गुंथा होता है) पहनाने की रस्म निभाता है. इसी से उसके विवाहित होने का संकेत मिलता है. इसलिए गले में हार या मंगलसूत्र पहनना शुभ माना जाता है.
11.Armlet:- This ornament of gold or silver bracelet is the same shape. It is lined entirely in arms, why is it called armlets. Married women at any festival or ceremony is considered auspicious to wear it.
बाजूबंद - कड़े के समान आकृति वाला यह आभूषण सोने या चांदी का होता है। यह बांहों में पूरी तरह कसा रहता है, इसी कारण इसे बाजूबंद कहा जाता है। किसी भी त्योहार या धार्मिक आयोजन पर सुहागन स्त्रियों का इसे पहनना शुभ माना जाता है।
12.Ring:- Bride before the wedding ceremony engagement ring puts one another. It is a very ancient tradition. Ring between the ages of husband and wife is considered a symbol of love and trust. After marriage is considered a symbol of feminine Shubta be wearing it.
अंगूठी - शादी के पहले सगाई की रस्म में वर-वधू एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं। यह बहुत प्राचीन परंपरा है। अंगूठी को सदियों से पति-पत्नी के आपसी प्यार और विश्वास का प्रतीक माना जाता रहा है। शादी के बाद भी स्त्री का इसे पहने रहना शुभता का प्रतीक माना जाता है।
13.Waistband:- Jewelry waistband is worn at the waist, the women wear after marriage. It appears his slim physique and also attractive. The belt symbolizes the fact that the woman is the mistress of his house. On the auspicious occasion of the house woman wearing a waistband, then it is considered a form of Lakshmi.
कमरबंद - कमरबंद कमर में पहना जाने वाला आभूषण है, जिसे स्त्रियां विवाह के बाद पहनती है। इससे उनकी छरहरी काया और भी आकर्षक दिखाई देती है। कमरबंद इस बात का प्रतीक कि स्त्री अपने घर की स्वामिनी है। किसी भी शुभ अवसर पर यदि घर की स्त्री कमरबंद पहने तो उसे लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।
14.Vermilion - Vermilion is considered a symbol of the wedding. After seven rounds of the bride and the groom fills demand means that she will play her lifetime. Therefore, the longevity of their husbands after marriage bride wish to fill with the everyday demands.
सिंदूर - सिंदूर को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। सात फेरों के बाद जब दूल्हा-दुल्हन की मांग भरता है तो इसका मतलब होता है कि वह उसका साथ जीवन भर निभाएगा। इसलिए विवाह के बाद स्त्री को अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ रोज मांग भरना चाहिए।
15.Nettle:- Toes in the jewelery worn like a ring or thumb called the Arsi. In addition to the jewelery three fingers except the little finger nettle wears women. Nettle woman is considered a symbol of good luck.
बिछुआ - पैरों के अंगूठे में रिंग की तरह पहने जाने वाले इस आभूषण को अरसी या अंगूठा कहा जाता है। इस आभूषण के अलावा स्त्रियां छोटी उंगली को छोड़कर तीनों उंगलियों में बिछुआ पहनती है। बिछुआ स्त्री के सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
16-Anklets: Gungruon worn on the feet to the melodious sound of jewelery is considered very auspicious. Blessed course every woman should wear anklets in legs.
पायल- पैरों में पहने जाने वाले इस आभूषण के घुंघरुओं की सुमधुर ध्वनि को बहुत शुभ माना जाता है। हर सौभाग्यवती स्त्री को पैरों में पायल जरूर पहनना चाहिए।

 
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